

श्री बंशीधर नगर:—डॉ राम मनोहर लोहिया चेतना मंच के कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155 वी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लालबहादुर शास्त्री जयंती समारोह का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुये पूर्वमंत्री सह मंच के संरक्षक रामचन्द्र केशरी ने कहा कि महात्मा गांधी सत्य व अहिंसा के पुजारी थे उन्होंने कहा कि अविभाजित भारत मे कोहाट क्षेत्र में 9 व 10 सितम्बर 1924 को हुये दंगे में भारी जान माल की क्षति हुई थी।2 अक्टूबर 1924 को मोहनदास करमचंद गांधी ने दंगे के खिलाफ 21 दिन का अनशन रखने का फैसला लिया था उन्होंने कहा कि वे अहिंसा के पुजारी थे उन्होंने दोनों महापुरुषों के बताये मार्ग पर चलने की अपील किया डॉ राम मनोहर चेतना मंच के अध्यक्ष कृष्णा विश्वकर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संघर्ष,उनके महान विचारों को आज पूरा याद कर रहा है।उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को पूरे विश्व की नागरिकता प्राप्त थी उन्होंने देश की आजादी के लिये जो संघर्ष किया अद्वितीय था संघर्ष के लिये उनका हथियार सत्य व अहिंसा था लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंत्री के रूप में ईमानदारी व वफादारी के लिये भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है देश व दुनिया के लोग उक्त दोनों महापुरुषों के विचारों से प्रभावित हैं उन्होंने उपस्थित लोगों से इनके विचारों को आत्मसात करने की अपील किया जयंती समारोह को विश्वनाथ भंडारी,मथुरा पासवान,मो0 नईम खलीफा व इब्राहिम अंसारी ने भी सम्बोधित किया।मौके पर कमलेश बिहारी,अरुण कुमार,शिव महतों, सत्येन्द्र कुमार ठाकुर,इस्लाम खलीफा,अरुण बिहारी,रमेश प्रसाद,हीरा प्रसाद,बैजनाथ प्रसाद सहित अन्य उपस्थित थे।
