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केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील से मिलकर पलामू एवं चतरा की समस्याओं को रखा ।

बंशीधर नगर: पलामू सांसद विष्णु दयाल राम व चतरा सांसद कालीचरण सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात कर उत्तरी कोयल जलाशय (मंडल डैम) परियोजना के निर्माण पर विस्तृत चर्चा की। पलामू सांसद श्री राम ने कहा कि झारखण्ड राज्य के लातेहार जिला में स्थित उत्तरी कोयल जलाशय (मंडल डैम) परियोजना का निर्माण कार्य वर्ष 1972 में आरम्भ हुआ था जो 1993 तक जारी रहा।

बाद में वन एवं पर्यावरण विभाग बिहार सरकार द्वारा बेतला राष्ट्रीय पार्क व पलामू टाईगर रिजर्व के खतरे को देखते हुये मंडल डैम के बांध में जल जमाव की आशंका के साथ गेट लगाने पर आपत्ति दर्ज कराई। इसके साथ ही टाईगर रिजर्व क्षेत्र के 1007 हेक्टेयर वन भूमि के जल मग्न होने के संबंध में भूमि की स्वीकृति प्राप्त नहीं की गयी थी, जिस कारण उक्त परियोजना अधर में लटक गया।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना के निर्माण से पलामू प्रमंडल के तीनों जिले पलामू, गढ़वा व लातेहार तथा बिहार राज्य के गया व औरंगाबाद जिले के लगभग 1,11,521 हेक्टेयर सूखाग्रस्त भूमि को सिंचाई उपलब्ध होगा। साथ ही लोगों को पेयजल के साथ-साथ औद्योगिक उद्देश्यों हेतु जल भी उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार बनने पर पलामू, चतरा, औरंगाबाद एवं गया संसदीय क्षेत्र के सांसदों ने पीएम से मुलाकात कर उक्त परियोजना निर्माण के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया था।

फलस्वरूप केन्द्र सरकार ने 1622.27 करोड़ रूपये की लागत से इस परियोजना के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की। परियोजना का कार्य वाप्कोस लिमिटेड कंपनी को मिला। 5 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उक्त परियोजना के निर्माण की अधारशिला पलामू में जाकर रखी।

परन्तु डूब क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा मुआवजे और पुनर्वास की मांग को लेकर हुये आंदोलन एवं राज्य सरकार की उदासीनता के कारण लगभग 6 महीने कार्य रूका रहा और निर्माण कार्य पर व्यापक असर पड़ा और तब से अब तक उक्त कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सका है।

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